आजादी की लड़ाइयाँ हुई कितनी - ऐतिहासिक बँधे हुए जकड़े हैं एक-दूसरे के गुलाम हैं नहीं तो - अपने आपके गुलाम अपने पाँव तले दबे हैं आजादी कि लड़ाई लड़ी कितनी पर अपने आपसे आजादी की लड़ाई नहीं लड़ी कभी -
हिंदी समय में सुरजन परोही की रचनाएँ